मैंने देखा, जब लोग कहते हैं,
"रूप और दौलत ही सब कुछ है,"
लेकिन यह सच नहीं है, मुझे समझ आया,
कि असली आकर्षण कहीं और छिपा है।
मैं हो सकता हूं आकर्षक, या संपत्ति से भरा,
पर अगर मेरी भावनाएं कमजोर हैं,
मेरी पहचान कमजोर है,
तो वो चमक सब खो जाती है।
महिलाएं उस आत्मविश्वास से जुड़ती हैं,
जो सिर्फ़ बाहरी रूप से नहीं,
बल्कि दिल और आत्मा से आता है,
जो सच्चाई से निकलता है, और हर कदम में दिखता है।
मैं जानता हूं, ये सब बातें
केवल दिखावे से नहीं बदलतीं,
अगर मैं खुद को समझता हूं,
तो वही सच्चा आकर्षण बन जाता है।
रूप और संपत्ति को छोड़,
जो असली है, वो है मेरी भावना,
कैसे मैं दुनिया को देखता हूं,
कैसे मैं खुद से प्यार करता हूं—
यही है वो असली आकर्षण,
जो किसी भी चीज़ से बड़ा है।
No comments:
Post a Comment
Thanks