"हम भूल जाते हैं कि स्वयं प्रकृति एक विशाल चमत्कार है जो रात्रि और शून्यता की वास्तविकता को पार करता है। हम भूल जाते हैं कि हर व्यक्ति अपने व्यक्तिगत जीवन में उस चमत्कार को दोहराता है।" - लोरेन आइसली
प्रकृति, जीवन का निरंतर चमत्कार, हमारे लिए एक अद्भुत रहस्य है। हमें यह याद रखना चाहिए कि प्रकृति हमारे जीवन में निरंतर विचार करती है, हमें जीवन के हर अनुभव में अपनी अद्भुतता का आनंद लेने का अवसर देती है। प्रत्येक पेड़, प्रत्येक पशु, और प्रत्येक प्राणी प्रकृति की एक अद्वितीय रचना है और हमें इसकी महत्वपूर्णता को समझना चाहिए। हम अपने संबंधों और अनुभवों के माध्यम से प्रकृति के साथ एकीकृत होते हैं और इसे मानव जीवन में एक गंभीर और प्रभावशाली भूमिका देते हैं। इसी तरह, हर एक व्यक्ति अपने अपने जीवन में प्रकृति के अद्वितीयता को अनुभव करता है और उसकी अनंतता का भाग बनता है। इसी प्रकार, हमें प्रकृति के साथ एक संवाद करने का अवसर मिलता है, जो हमें जीवन के हर पल को समृद्धि और प्रशांति के साथ जीने की प्रेरणा देता है।
**संस्कृत श्लोक:**
"यस्या अच्छिन्नो भूतानि परिणामो विवेकिनः।
तस्यास्याहं न पश्यामि नश्वरम् इदम् आत्मनः।।"
इस श्लोक में कहा गया है कि जो व्यक्ति अपने विवेकी बुद्धि द्वारा जगत की अनित्यता को समझता है, उसके लिए समस्त भूत अच्छिन्न हैं। उस व्यक्ति के लिए यह संसार नाशवान है, क्योंकि वह अनंत आत्मा को पहचानता है, जो अविनाशी है।
प्रकृति के आद्यतन और उसकी महत्वपूर्णता को समझने के लिए, हमें इसके साथ गहरा संबंध बनाए रखना चाहिए और उसके सौंदर्य का आनंद लेना चाहिए। यह हमें जीवन के हर क्षण को एक अद्वितीय अनुभव के रूप में देखने और उसकी सरलता और सुंदरता का आनंद लेने में मदद करेगा।
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