आत्मा की गहराइयों में



जब रात की चादर ओढ़ी,
और तारों ने आकाश सजाया,
मन की गहराइयों में खोजा,
क्या है जीवन का सच और रहस्य।

ध्यान की गहराइयों में खोया,
अपनी आत्मा को पहचाना,
जीवन के विचारों में खोया,
क्या है इस संसार का असली मकसद।

सूरज की किरणों ने समझाया,
हर पल का महत्व, हर व्यक्ति का मायने,
ध्यान और आत्मज्ञान की राह पर,
पाया जीवन का असली अर्थ और सत्य।

ध्यान में गहराई बसी,
आत्मा की शांति को महसूस किया,
जीवन की महक को चूमा,
अपने मन की अंतरात्मा को जाना।

हिमालय की ऊँचाई से गिरकर,
आत्मा का विस्तार जाना,
हर अनुभव में भगवान को महसूस किया,
ध्यान की गहराइयों में खोया।

इस आत्मिक कविता के माध्यम से,
हम सभी जीवन के सत्य को जानें,
ध्यान की गहराइयों में समाहित होकर,
अपनी आत्मा के साथ मिल जाएँ।

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