जीवन की लड़ाई, खुद से होती है,

जीवन की लड़ाई, खुद से होती है,
नैतिकता की प्रेरणा, आदतों से जुड़ी है।
मजबूरीयों के बावजूद भी, हम फैसले उठाते हैं,
यह युद्ध हमारी आत्मा के अंदर होते हैं।

समय के साथ बदलते, हमारे निर्णय भी,
अपने विचारों से, हम संघर्ष करते हैं।
जीवन के मोर्चों पर, यह विजय हमारी है,
नैतिकता की राह पर, हम सब यहाँ जुड़े हैं।

No comments:

Post a Comment

Thanks

"प्रेम का दिव्यता रूप"

प्रेम ही असली चीज़ है, जहाँ मन का हर बीज है। कामनाओं से परे की धारा, जहाँ आत्मा ने खुद को पुकारा। जब स्पर्श हो बिना वासना की छाया, तो प्रेम ...