**शायरी**
धूप में साया बन जाए कोई,
प्यास में दरिया बन जाए कोई।
जीवन के सफर में जब अकेले हों हम,
तो हमसफ़र बन जाए कोई।
आकाशगंगा जिसे हम मिल्की वे कहते हैं, ब्रह्मांड की एक विशाल और जटिल संरचना है। इसमें असंख्य तारे, ग्रह, उपग्रह, गैस और धूल के बादल हैं। यह न ...
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