घर से बाहर, बाहर से घर,

घर की चादर में बुद्धिमानी की छाया,
बाहर की धूप में विश्वास की लहराहट।
अनुभवों का सफर, घर की छाँव में,
अन्तरंग स्थिति, बाहर के रंगों में।

घर की आगोश में स्नेह की गहराई,
बाहर की भीड़ में मिलता है नया राही।
घर की शांति, बाहर की गहराई,
एक साथ हैं, यही है जीवन की सजीवता।

बाहर की धूप में उम्मीद की किरण,
घर की चादर में प्रेम का अनमोल मणि।
जीवन की मंजिल, बाहर और अंदर,
हर मोड़ पर, है साथ, यही है सत्य का संदर्भ।

घर से बाहर, बाहर से घर,
जीवन का सफर, हर कदम पर एक अद्भुत परिवार।
संतुलन में सौंदर्य, एकता का संगम,
यही है मेरा घर, यही है मेरा धरोहर।

पहाड़ों के पीछे से आया एक योद्धा,

पहाड़ों के पीछे से आया एक योद्धा,
शहरों की गलियों में खोजता रहा रोशनी का पथ।
उसने छोड़ दिया अपने घर की छाँव,
नई दुनिया में उसने पाया नया स्वावलंब।

दिल्ली की धूप में उसने सिखा जीना,
अपनी मेहनत से उसने अपना अपना सपना सजाना।
राहों में उसने चलते हुए अपनी पहचान बनाई,
नए अवसरों में उसने अपना आत्मविश्वास बढ़ाई।

जीवन के रंग-बिरंगे चेहरों को देख,
उसने अपनी कल्पना में नई रंगतें देखी।
कुछ सीखा, कुछ किया, कुछ पाया, कुछ खोया,
पर उसकी मंजिल की दिशा में कभी न रुका, न हटा।

शहरों की गलियों में जहां धूप की धार है,
वहां उसने अपने सपनों को पंख लगाकर उड़ाया।
अपने नाम को रोशनी से सजाया,
नई दुनिया में उसने अपनी प्रेम की कहानी सुनाई।

घर से निकल,

घर से निकल, पहाड़ों की उचाइयों से,
शहरों की गलियों में बस खो जाए।
जो चीरती है सड़क, वहां नई दुनिया बसी है,
उस दुनिया में अपने सपनों को सजाए।

धूप में जलती राहों पर,
उसके कदम बढ़ते हैं, नयी राहों में लहराए।
शहर की शोर में, वह अपना स्वर सुनता है,
अपने अंतर की गहराई में, अपनी दुनिया बसाए।

जैसे सितारों की चमक उसके सपनों को रोशन करे,
वह अपने हसीन सपनों को साकार करे।
शहरों की भीड़ में भी, वह अपने लिए स्थान बनाए,
सपनों के पंखों पर उड़ान भरे, अपने सपनों को सच कराए।

धूप, धूल, शोर से लड़कर,
वह अपने सपनों को साकार करने की ओर बढ़ता है चलकर।
पहाड़ों की उचाइयों से शहरों की गलियों में,
उसकी रोमांटिक कहानी अब नयी ध्वनि में गूंजती है, नई यादों में।

नई दुनिया की ओर चले हम,

नई दुनिया की ओर चले हम,
सपनों की उड़ान भरो हम।
नया करने का आग्रह लेकर,
अपनी पहचान बनाओ हम।

सिर सुनहरी और जज्बात नए,
सपनों के रंग में रंग जाओ हम।
बड़ा करने की ताकत से,
सपनों को हकीकत में बदलो हम।

नई दुनिया की ओर चलते हैं हम,
सपनों की ऊँचाइयों को छूते हैं हम।
कुछ नया करने की आग लेकर,
अपने सपनों को साकार करते हैं हम।

चलो नई दुनिया में, नए इरादों के साथ,

नई दुनिया के रास्ते पर, चलना है हमें,
कुछ नया करने की आस में, जलना है हमें।
सपनों की उड़ान में, बातें करनी हैं बड़ी,
आगे बढ़ते चलो, नई राहों में खो जाओ तुम।

अपनी मेहनत से, नई कहानियाँ रचो,
बदलो दुनिया को, नए रंगों से सजो।
हो जाओ आगे, नयी ऊँचाइयों को छूने,
नए सपनों की ओर, अपनी कदम बढ़ाने।

चलो नई दुनिया में, नए इरादों के साथ,
सपनों की उड़ान भरो, हर दर्द को भूलकर।
बदलो आसमान को, तारों से सजाओ,
नई दुनिया की खोज में, अपने आप को पाओ।

चलो, बदलें ये दुनिया की तस्वीर,

आओ चलें नई दुनिया की ओर,
नई राहें, नए सफर और नया उत्साह संग में बोर।

चलते हैं हम, कुछ नया करने का संकल्प साथ,
बदलेंगे नज़रिया, बनाएंगे नया रास्ता विश्वास से ही मिलेगा हमें सफलता का साथ।

अब नहीं रुकेंगे, ना हारेंगे किसी हाल में,
सपनों को पूरा करने के लिए, हम लौटेंगे आवाज़ों के महासागर में।

नई दुनिया है, नई चुनौतियाँ हैं,
पर हौसले बुलंद हैं, और सपनों के पंख फैले हैं।

चलो, बदलें ये दुनिया की तस्वीर,
नए आरंभ की तैयारी, हर पल हो बेहतर।

चलो नई दुनिया की ओर, नए सपनों का सफर करें,

चलो नई दुनिया की ओर, नए सपनों का सफर करें,
मन के विशाल विचारों को हकीकत में उतारें।

बड़े सपने देखने हैं, नए उच्चारण सिखाने हैं,
समस्याओं के समाधान में नवीनता की भाषा बोलने हैं।

चलो, नई राहें खोजें, नए मील स्थापित करें,
आत्मा की उड़ान को आज़ादी की ऊंचाई तक पहुँचाएं।

नया करें, नए अनुभवों का मिलन ज़रूरी है,
विचारों को आज़ादी का स्वर देना ज़रूरी है।

चलो, नई दुनिया में, चलते हैं कुछ नया करने,
बड़ा सोचें, बड़ा धृष्टिकोण अपनाकर विश्व को साकार करने।

चलो नई दुनिया में, बढ़ते कदमों से,

चलो नई दुनिया में, बढ़ते कदमों से,
नया करते हुए, सपनों के उत्साह से।

धरती को सजाते, नवीनतम रंगों से,
सूरज की किरणों से, आँखों को भरते सपनों से।

कायाकल्प में हैं, हमारे सपने छुपे,
नया कुछ करते हैं, उन्हें बचाते।

सृजनात्मकता के सफर में हैं, हम जुटे,
नई दुनिया की ओर, हम बढ़ते।

रुका नहीं कभी, नए सपनों के साथ,
चलो नई दुनिया में, खो जाते इन राहों में हम साथ।

चल नई दुनिया में, कुछ नया करने,

चल नई दुनिया में, कुछ नया करने,
हर कदम पर नए सपने सजाने।
सीमाओं को छोड़, आगे बढ़ने का संकल्प,
उड़ान भरते हुए, नये विचारों का पुलिंद।

बड़ा करने का है जज्बा, नया करने का संकल्प,
बुने हैं नए सपने, जो दिल में छाए हैं गहरे।
मंजिल की ओर बढ़ते, नए रास्ते खोजते,
साहस और उम्मीद के साथ, नई दुनिया को चुनते।

हर कदम पर नई चुनौतियों का सामना,
हर मुश्किल को हराकर, हर रोज नई जीत प्राप्त करना।
नई दुनिया में, नए रंग चढ़ाने,
बड़ा और बेहतर बनाने, खुद को प्रेरित करने।

अपनी क्षमता को व्यर्थ न जाने दो

क्यों रुकूं मैं, जब राहें बुला रही हैं, क्यों थमूं मैं, जब हवाएं गा रही हैं। यह डर, यह संशय, यह झूठा बहाना, इनसे नहीं बनता किसी का जमाना। आध...