हॉस्टल की बालकनी में,

प्यार का आलम, बड़ा अनोखा है,
रात भर बातें, दिल की बातें, अनमोल राज़ है।

हॉस्टल की बालकनी में, हर रात,
बैठे-बैठे, उसके साथ, ख्वाबों की बातें साथ हैं।

कमल की बातें, सवालों की बरसात है,
जवाबों में, भविष्य की राहत है।

सपनों की दुनिया, भविष्य की बस्ती,
साथ रहेंगे हम, हर कठिनाई का मिलेगा बिस्तर।

धुएं में रात गुजर जाती है,
सुबह को, फिर से उसके साथ बातें करते हैं।

जादूगर हैं उसके सवाल, जादूगर हैं उसकी बातें,
जिंदगी की दुनिया, इस प्यार की कहानी के राज़ हैं।

प्यार की ये कहानी 2

प्यार की ये कहानी, दीपक और दीप्ति की,
रात भर बातें, हसीन सपने, मीठे सपने की।

हॉस्टल की बालकनी में, बैठे बैठे वो,
बातों में खोए, दिल की बातें वहाँ जो।

कमल की बात है, सवालों की खेल,
जवाबों की तलाश, नयी ध्वनि, नया मेल।

सपनों की दुनिया में, भविष्य की राह,
साथ चलते हैं, एक दूजे की बाह।

धुंएं में रातें गुजरती, सपनों की चादर में,
सुबह होती, फिर से बात, दिल के राज में।

जादू है उनकी बातों में, हर पल कुछ नया,
दीपक और दीप्ति की कहानी, प्यार भरा सफर यह अनगिनत दिन और रात।

प्यार की यह कहानी,

प्यार की यह कहानी, गुफा के अंधेरे में,
हम दोनों बातें करते, हर रात के साए में।

हॉस्टल की बालकनी, हमारी जगह जहां,
सपनों की दुनिया में, हम बनते रहे महान।

कमल की बातें, उसकी मुस्कान में छुपी,
सवालों का सिलसिला, हमारी बातों में डूबी।

साथ रहेंगे हम, भविष्य की राहों में,
साथ धुएं में, हमारी दिल की धधधकन में।

रातों की गुहार, सुबह की किरण में,
दीपक दीप्ति की कहानी, हमारे दिल की जुबानी में।

सफर में हूं, बस सफर में, निरंतर चलते जाते हुए,

डीप से डीप्ति का मिलन, फिल्मी सिनेमा का पहला संगम,
दिल लागे ना, उसे जगमगाता दीपक का ज्योति संगम।

जीवन की नई रोशनी में, उमंगों की बारिश है शुरू,
थोड़ी जलन, थोड़ी खुशी, दोस्ती का रंग नया चढ़ा है दिल में धीरू।

शायद कुछ हुआ है, जज़्बातों में, जीवन की लड़ाई में,
दोस्ती का साथ, और थोड़ा सा दिल का बचपन जीता है बिना हार के रहने में।

यमुनानगर से दिल्ली, एक नया सफर, एक नया अनुभव,
खोजता हूं मैं, कुछ नया, कुछ अद्वितीय, जीने की राह में।

सफर में हूं, बस सफर में, निरंतर चलते जाते हुए,
जीवन की बड़ी राहों में, अपनी बड़ी कहानी बुनते हुए।

सफर में हूं, निरंतर सफर में,

एक दीपक जलता है, दिल से दीप्ति का मिलन,
सिनेमा की दुनिया में, पहली बार की मिलन।

नई रोशनी की धुंध में, उमंग उठती है जी,
कुछ अनजाने सी बातों में, दिल खोजता है अब नई दिशा।

दोस्ती की मिठास, थोड़ी जलन सी,
दिल जुड़ रहा है, और कहीं दिल टूट भी रहा है।

अपने आप से लड़ाई, या दोस्तों से ये जंग,
सफर की राहों में, खोजता है अपने असली रंग।

यमुनानगर से दिल्ली, सफर में जो हूं,
कुछ अलग सी बातें, सबको है ये हूंकार सुन।

सफर की ये बातें, जो मेरे साथ हैं,
क्या हो रहा है, ये सबको बताना चाहता हूं।

इस सफर में हूं, निरंतर सफर में,
खोजता हूं, अपने सपनों की मंजिल में।

सफर की कहानी, बस निरंतर चलती जाती, 3

डिल लागे ना, एक अनजान सी कहानी,
दीप से दीप्ति का मिलन, जी डिप्टी के साथ रानी।

दीपक का जलना, नई रोशनी का संकेत,
उमंग की उड़ान, जीने का तरीका जो सही था यहाँ।

दोस्ती की रिश्तों में, जलन की थोड़ी सी चमक,
दिलों का मिलन, जुड़ने की राह जो सच्ची थी बात।

दिल में छूटे, कुछ अनदेखे गुमान,
यमुनानगर से दिल्ली, सफर जो भरा था ज़िन्दगानी का इमान।

सफर की कहानी, बस निरंतर चलती जाती,
मेरे साथ, कुछ अनसुने राज, जो सपनों की राह में छुपे हैं छिपते जाते।

सफर की कहानी, निरंतर चलती जाती,हर पल, हर क्षण, नए रंग लाती।

एक दीपक जलता है, अंधकार में खोजता,
दीप्ति की खोज में, जीवन का सफर चलता।

नई रोशनी में, उमंग की लहर उठती,
दिल में कुछ तो है, जो बस है बसती।

दोस्ती की राहों में, थोड़ी जलन सी है,
दिल जुड़ रहा है, और कहीं टूट भी रहा है।

अपने आप से लड़ाई, या दोस्तों से कुछ बातें,
यह क्या लड़ाई है, जिसमें खोया हर एक साथी।

यमुनानगर से दिल्ली, सफर में हैं तेरे,
कुछ तो बात है, जो अब तक है भरे।

सफर की कहानी, निरंतर चलती जाती,
हर पल, हर क्षण, नए रंग लाती।

सफर की कहानी, निरंतर चलती जाती,

एक दीपक जलता है, अंधकार में खोजता,
दीप्ति की खोज में, जीवन का सफर चलता।

नई रोशनी में, उमंग की लहर उठती,
दिल में कुछ तो है, जो बस है बसती।

दोस्ती की राहों में, थोड़ी जलन सी है,
दिल जुड़ रहा है, और कहीं टूट भी रहा है।

अपने आप से लड़ाई, या दोस्तों से कुछ बातें,
यह क्या लड़ाई है, जिसमें खोया हर एक साथी।

यमुनानगर से दिल्ली, सफर में हैं तेरे,
कुछ तो बात है, जो अब तक है भरे।

सफर की कहानी, निरंतर चलती जाती,
हर पल, हर क्षण, नए रंग लाती।

सफर का अंत नहीं, बस निरंतर सफर में हूं,

एक अजनबी शहर, एक अजनबी जगह,
जीवन की इस सफर में, ढूँढता रहा मैं अपनी राह।

दिल की गहराइयों से, जलता रहा एक दीपक,
दीप से दीप्ति का मिलन, दिल में जागा एक उमंग का लहर।

दोस्तों की मिलन से, हुआ एक अनोखा संबंध,
जितना दूर गया, उतना ही करीब लगा यह मित्रता का बंध।

दिल में उमड़ती हैं, थोड़ी सी जलन,
दोस्तों की शोहरत, और खुद की चाहत, जिसमें छिपी है कई चुनौतियाँ।

यमुनानगर से दिल्ली का सफर, एक अनजान मन्जिल की ओर,
कुछ बात है मुझ में, जो खुद को अजनबी महसूस करा रही है, और सवाल उठा रही है, "क्या हो रहा है मेरे साथ?"

सफर का अंत नहीं, बस निरंतर सफर में हूं,
जिन्दगी के अनगिनत रहस्यों की खोज में, अपनी राह ढूंढता हूं।

सफर में हूं, बस निरंतर सफर में, 2

एक दीपक जलता है, दीप्ति से अभिभूत,
सिनेमा की दुनिया में, वोह अद्भुत संवाद।

नई रोशनी में उमंग, नए सपनों की राह,
दिल में छूटे, विचारों का एक नया संग्राह।

दोस्तों की दीप्ति, थोड़ी सी जलन सी,
मिली दोस्ती का रंग, दिल को मिली राहत की भी।

कुछ तो हुआ है दिल में, कुछ बसा है धड़कनों में,
यमुनानगर से दिल्ली, सफर भरा है जीने की रंगीन यात्रा में।

साथ चलते हैं दोस्त, सफर की इस राह में,
कुछ पता नहीं बट रहा, क्या है यह लड़ाई किस से।

सफर में हूं, बस निरंतर सफर में,
दोस्तों के संग, अनजानी यात्रा में।

सफर में हूं, बस निरंतर सफर में,

एक दीपक जलता है, दिल के गहराई से,
जीवन के सफर में, नई रोशनी की तलाश में।

उमंग उठती है, दिल में नयी जोश से,
दीप्ति की मिलन से, सिनेमा के सफर में।

दोस्ती की राहों में, थोड़ी जलन सी है,
दिल जुड़ रहा है, और कहीं टूट भी रहा है।

यमुनानगर से दिल्ली, सफर में हूं मैं,
कुछ तो बात है, जो सब मुझको देख रहे हैं।

सफर में हूं, बस निरंतर सफर में,
अपने आप से, दोस्तों से, नई दुनिया की तलाश में।

अनंत सफर 3

आगे बढ़ते हुए, नई दिशा की ओर,
चलने की राह में, मेरा मन है बेकाब।

सिखता हूं मैं, हर कदम पर नया कुछ,
अपने अंतर को, खोजते हुए, खोजता हूं।

शब्दों की मधुरता में, गहराई है एक अलग,
हिंदी और इंग्लिश, संगीत हैं ये संग।

अनमोल हैं सपने, जो मेरे दिल में बसे,
हीरे से कोयला, और कोयले से हीरा, जितने महल बसे।

चलने की धारा में, नई दिशा की ओर,
जागरूक हूं, सपनों की ओर, नवीन मार्ग जो।

जीवन की रोशनी, हर पल नया सवेरा,
बस चलता हूं, बस बढ़ता हूं, नई राहों में जो मैं हूं बहता।

अनन्त सफर 2

**अनन्त सफर**

चल रहा हूं, नयी दिशा की ओर,  
मेरा चंचल मन, नया कुछ जानने लगा है।  
गलतियों की राहों में, सही कदम चलने लगा है,  
कुछ गलत काम को कम, कुछ सही कदम मांगते चलने लगा है।  

मेरे कदम, कदम कदम पर बाप रहे हैं,  
लोगों से मिलते हैं, खुद को जानते हैं,  
हर कदम पर, अपने आप को जानते हुए,  
मैं चल रहा हूं, बस चलता ही जाऊं।  

शब्दों में खोया, शब्द में मैं,  
सभी में कुछ न कुछ, खोट रहा है।  
अपने आप को ढूंढने, निकला हूं,  
हीरे से कोयला, कोयले से हीरा,  
बानो से कोयले, कोयले से हीरा,  
हीरे से सोना, सोने से हीरा,  
मैं कीमती बानो, अनमोल बानो,  
सबसे ऊपर, सबसे आगे, सबसे पीछे, सबसे आगे।  

अपने सफर में, मैं बढ़ता हूं,  
बस बढ़ता ही जाऊं, अपने सपनों की ओर।  
जाने में ही रहूं, बस में ही रहूं,  
इस बात पर, मैं रहूं, बस में ही रहूं।  

नई दिशा की ओर, अपने मन को संगीन,  
हर कदम पर, नयी राह का आनंद लेने में।  
बस बढ़ता ही जाऊं, अपने सपनों की ओर,  
चल रहा हूं, नयी दिशा की ओर।

अद्वितीय सफर, 2

जीवन की नई राह, एक अद्वितीय सफर,
नई दिशा की ओर, मन का उत्साह अपार।

चलते रहो, निरंतर, कदम बढ़ते जाओ,
अनजाने में भी, नयी दिशाओं को पाओ।

गलतियों से सिखो, सीखो से बढ़ो,
सपनों को पूरा करो, आगे बढ़ते चलो।

हिंदी, इंग्लिश, और उर्दू की मिलान,
नई सोच, नई भावना, हर पल एक नया अभियान।

खोजो अपनी पहचान, खुद को ढूंढो आवाज़,
जीतो हर क्षण, नई दिशा में, नई खुशियों के साथ।

साथ चलो, मेरे साथ, नयी दिशा की ओर,
ज़िन्दगी का सफर, हर पल, हर क्षण, अद्वितीय और अविस्मरणीय हो।

अद्वितीय सफर

**अद्वितीय सफर**

चल रहा हूं, बस चलता ही जाऊं,  
नई दिशा की ओर, नयी राहों में कहीं।  
हर कदम पर, अनुभवों की भरमार है,  
खोजता हूं मैं, खुद की पहचान में।  

हर रोज़, हर पल, नई सीखों का संगम,  
सिखता हूं, बढ़ता हूं, नयी दिशा की तलाश में।  
धीरे-धीरे, अपने सपनों की ऊँचाइयों को छूता हूं,  
मन का रंग, खुद की भावनाओं में बिखरता हूं।  

शब्दों की कहानी, हर लम्हे में नयी,  
सोच की उड़ान, सपनों की उड़ानी।  
अनमोल बानो की खोज, हीरों की मोहताज़ी,  
हर कदम पर, नए सफर की तरफ बढ़ता जाता हूं।  

दिल की आरज़ू, जगने लगी है रोशनी,  
नई दिशा की ओर, बढ़ रहा है मेरा मनी।  
जाने में ही रहूं, बस में ही रहूं,  
अपने सपनों को पूरा करते, हर पल, हर दिन।  

खोज में हूं,

चल रहा हूं, नयी दिशा की ओर,
खोज में हूं, अपने सपनों की मंजिल की तलाश में।

गलतियों के साथ, सीखता हूं मैं,
हर कदम पर, नई चुनौतियों को आगे बढ़ाने में।

धीरे-धीरे समझता हूं, जीवन की गहराई,
नई दिशाओं की ओर, मेरा मन उत्साहित है।

जाने में ही रहता हूं, बस में ही रहता हूं,
अपने सपनों को पूरा करता, हर पल, हर दिन।

हिंदी की मिठास, इंग्लिश की गहराई,
अपने भाषाओं का संगम, मेरे मन की खोज में।

खोजता हूं, हीरे की मोहताजी को,
बस उसके अनमोली खोज में हूं खोया।

दिल की आरजू, जगने लगी है रोशनी,
नई दिशा की ओर, बढ़ रहा है मेरा मनी।

सपनों की उड़ान, अपने पंखों से फैलाऊं,
हर कदम पर, नयी राह को चुनूं।

City Life: सपनों का शहर या बुराइयों का नगर।



बड़े शहरों में रहने वाले लोगों की आशा छोड़ दी गई है। उन्होंने जीवनघातक प्रदूषण, ट्रैफिक का अराजकता, खराब पीने का पानी, उफान पदार्थों का अधिक जलन और कचरे के ढेर, और प्राधिकरणों के भ्रष्टाचार और उदासीनता के साथ जीना सीख लिया है।

आज की युवा पीढ़ी, जो शहरों में बड़ी उम्मीदों के साथ आती है, उन्हें अक्सर यहाँ के जीवन कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। वे नौकरी के पीछे भटकते हैं, अपार्टमेंट किराए पर नहीं मिलता, और तनाव में रहते हैं कि कल का दिन कैसा होगा। इन लोगों को अपने सपनों को पूरा करने के लिए एक अवसर तक पहुँचने के लिए बहुत अधिक मेहनत करनी पड़ती है।

शहरों में बढ़ते प्रदूषण और ट्रैफिक की व्यापकता ने लोगों की सेहत को भी खतरे में डाल दिया है। ज्यादा प्रदूषण के कारण वायुमंडलीय रोगों का खतरा बढ़ गया है, जो इन्हें खुद को बचाने के लिए विभिन्न ध्यान और धर्म का सामना करना पड़ता है।

शहरी समस्याएँ न केवल लोगों की सेहत को प्रभावित करती हैं, बल्कि पर्यावरण और नागरिक सामाजिक स्थितियों को भी अस्तित्वांतरित कर देती हैं। उच्च प्रदूषण स्तर, भूमिगत और आबादीकता के विपरीतताओं का परिणाम है, जो अक्सर शहरी क्षेत्रों में सामाजिक और आर्थिक विषमता को बढ़ा देता है।

शहरी विकास की प्रक्रिया में, कचरे के संग्रहन, स्वच्छता, पानी आपूर्ति, और सार्वजनिक परिवहन जैसी महत्वपूर्ण बुनियादी सेवाओं की कमी और अस्तित्वांतरण की समस्याएँ उत्पन्न होती हैं।

इसके अलावा, शहरों में भ्रष्टाचार और प्राधिकरणों की उदासीनता के कारण लोगों का विश्वास कम हो जाता है, जिससे सामाजिक और आर्थिक विकास में विघटन होता है।

इन सभी समस्याओं का समाधान करने के लिए, सार्वजनिक संस्थानों को सही नीतियों को अपनाने और काम करने की जरूरत है, ताकि शहरों का विकास सामूहिक और सामग्रीक तरीके से हो सके।

अधिकांश लोगों के लिए बड़े शहरों में जीना एक चुनौतीपूर्ण अनुभव हो सकता है, लेकिन यहां भी कुछ चमत्कार होते हैं। यहां के लोग अपने सपनों को पूरा करने के लिए अधिक मेहनत करते हैं, और शहरी जीवन की गतिविधियों में अपने रिश्तेदारों और मित्रों के साथ खुशियाँ और अनुभवों को साझा करते हैं।

अंत में, शहरी जीवन का मतलब है कि हमें नई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, और हमें अपने आप को उन चुनौतियों के सामना करने की क्षमता देने के लिए तैयार रहना चाहिए। शहरी जीवन को न सिर्फ सपनों का नगर बनाने के लिए देखा जाता है, बल्कि यह एक अवसर है जो हमें अपनी क्षमताओं को पहचानने और उन्हें बढ़ावा देने का माध्यम भी है।

अज्ञात की खोज में,

जीवन की राहों में, अज्ञात की खोज में,  
खो जाता हूं, अपने सपनों की दुनिया में।  

सही गलत का संघर्ष, मन की उलझनों में,  
नयी दिशा की तलाश में, राह में बिखरता हूं।  

भाषाओं का संगम, विचारों की लहरें,  
हिंदी, अंग्रेजी की मिलन, एक नई दुनिया बनाता हूं।  

अनमोल रत्न की खोज, सोने की मदहोशियों में,  
हीरा बनने की चाह, मन के आगे बढ़ता हूं।  

जाने में ही रहता, खोज में ही रहता,  
नई दिशा को खोजता, मन का सफर बनता हूं।  

दिल की आरजू, सपनों की रोशनी,  
जीवन की राहों में, नई कहानी लिखता हूं।

अनन्त सफर

**अनन्त सफर**

चल रहा हूं, अनगिनत सफर पर,  
नयी दिशा की खोज में, हर कदम लहराता हुआ।  
छोड़ गया पीछे बीते कल को,  
नए सपनों की ओर बढ़ता हुआ।  

हर पल, हर क्षण, नयी आवाज़,  
नयी धुन में गुज़रता हुआ।  
खोजते हुए खुद को, अपनी पहचान को,  
जीवन की राह में प्रवाहित होता हुआ।  

हिंदी की मिठास, इंग्लिश की गहराई,  
अनगिनत भाषाओं का संगम मेरे मन में।  
हीरे की तलाश में, सोने को पाता हुआ,  
अपनी अनमोली पहचान को खोजता हुआ।  

सफलता की ऊंचाइयों को छूते हुए,  
चलता हूं, नयी दिशा की ओर, संग-संग जीते हुए।  
धीरे-धीरे समय के साथ, सीखता हुआ,  
बस चलता ही रहता हूं, बस बढ़ता ही जाता हुआ।  

अपनी क्षमता को व्यर्थ न जाने दो

क्यों रुकूं मैं, जब राहें बुला रही हैं, क्यों थमूं मैं, जब हवाएं गा रही हैं। यह डर, यह संशय, यह झूठा बहाना, इनसे नहीं बनता किसी का जमाना। आध...