सपनों के साथ, जीवन का सफर चलता हूं।
चलते चलते राहों में, गम को पार करता हूं,
नई उड़ानों की तलाश में, आसमानों को छूता हूं।
हर सुबह नए आसमान के साथ उठता हूं,
ख्वाबों की डोरी को जीने की राह पर बांधता हूं।
मुसाफिर हूं इस ज़िंदगी के सफर में,
खुद को ढूंढते हुए, नई राहों में निकलता हूं।
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