कोई आंधी मुझे डिगा नहीं सकती,
कोई तूफ़ान मुझे गिरा नहीं सकता,
कोई रास्ता मुझे रुकने नहीं देता,
तुम जो साथ हो, मेरा विश्वास हो।

हर मुश्किल को मैं मुस्कुरा के पार करूँ,
हर दर्द को तुमसे और सशक्त करूँ,
जिंदगी की हर चुनौती को आसान बना दूँ,
क्योंकि तुम मेरा सहारा हो, मेरा संबल हो।

जैसे सूरज को कोई बादल छुपा नहीं सकता,
वैसे ही मेरी शक्ति को कोई नहीं रोक सकता,
तुम्हारी छांव में ही तो मैं खड़ा हूँ,
तुम हो मेरा विश्वास, तुम हो मेरा राहबर।

सपनों की उड़ान को कोई पंख नहीं काट सकता,
मेरे इरादों को कोई तोड़ नहीं सकता,
तुम हो मेरे साथ तो कुछ भी असंभव नहीं,
क्योंकि तुम मेरा साथ हो, तुम मेरा मार्गदर्शक हो।


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"प्रेम का दिव्यता रूप"

प्रेम ही असली चीज़ है, जहाँ मन का हर बीज है। कामनाओं से परे की धारा, जहाँ आत्मा ने खुद को पुकारा। जब स्पर्श हो बिना वासना की छाया, तो प्रेम ...