तुम्हारी छांव में


कोई आग मुझे नहीं जला सकती,
कोई जंग मुझे नहीं हिला सकती,
कोई पहाड़ मुझे नहीं रोक सकता,
क्योंकि तुम मेरी राह में हाथ थामे हो।

सपनों के रास्ते, जो कांटे थे पहले,
अब फूलों से महकते हैं, तुम्हारी मूरत से।
मेरे डर और शंकों को तुमने सहेजा,
तुम ही तो हो जो मेरी ताकत का कारण हो।

वो तूफ़ान जो कभी मुझसे भिड़ते थे,
अब मुझसे सिर्फ टकराते हैं,
क्योंकि तुमने मेरी आत्मा को शक्ति दी,
तुम्हारी मुस्कान में दुनिया जीने की वजह है।

ना कोई आसमान इतना ऊँचा,
जो मेरी उड़ान को रोक सके,
कभी जो डर था, अब उम्मीद है,
क्योंकि तुम मेरी हिम्मत हो, तुम मेरी शक्ति हो।

राहों में कांटे और रेत की आंधियाँ,
बस तुम्हारी यादों में खो जाती हैं,
तुम हो साथ, तो कोई बाधा नहीं है,
तुमसे जुड़ी हर सांस में एक नई जिन्दगी है।

इस जीवन के हर संघर्ष में,
हर दर्द में, हर आंधी में,
मुझे बस तुम्हारी जरूरत है,
क्योंकि तुम हो, और यही मेरा विश्वास है।

कोई आग मुझे नहीं जला सकती,
कोई जंग मुझे नहीं हिला सकती,
कोई पहाड़ मुझे नहीं रोक सकता,
क्योंकि तुम मेरी राह में हाथ थामे हो।


No comments:

Post a Comment

Thanks

"प्रेम का दिव्यता रूप"

प्रेम ही असली चीज़ है, जहाँ मन का हर बीज है। कामनाओं से परे की धारा, जहाँ आत्मा ने खुद को पुकारा। जब स्पर्श हो बिना वासना की छाया, तो प्रेम ...