दुनिया ने चाहे जो भी किया हो,
तुम्हें गिराने की कोशिश में हर जाल बुना हो।
पर याद रखना, उनका हर एक वार,
तुम्हारी ताकत को करता है तैयार।
उनके कर्म तुम्हें परिभाषित नहीं करते,
तुम्हारे हौसले ही तुम्हें संजीवनी देते।
हर गिरावट में जो खड़ा हो,
वही सच्चे योद्धा की कहानी कहता हो।
तुम्हारी सहनशीलता है तुम्हारी पहचान,
हर चोट के बाद, फिर खड़ा होने का अरमान।
जैसे पत्थर से तराशा जाता है हीरा,
वैसे ही कठिनाइयाँ तुम्हें बनाती हैं गहरा।
रुकना नहीं, हारना नहीं,
तुम्हारी शक्ति ही है तुम्हारा हथियार सही।
चलते रहो, चाहे राहें हों कठिन,
हर कदम में छुपा है तुम्हारे सपनों का दिन।
तुम्हारी ताकत है तुम्हारा सुपरपावर,
जिससे हर मुश्किल हो जाती है बौनी हर बार।
तो उठो, संभलो, और चमकते रहो,
दुनिया के सामने अपनी कहानी लिखते रहो।
No comments:
Post a Comment
Thanks