इंट्रोवर्ट सबसे अच्छे इंसान होते हैं,
जो नफरत नहीं, न कोई द्वार खोलते हैं।
ना किसी से बदला, ना कोई शिकायत,
बस शांति से जीते हैं, और यही है उनकी सच्ची शक्ति की बात।
लेकिन, अगर तुम उन्हें लगातार पकड़ने की कोशिश करो,
चाहे कितनी भी बार वो दूर भागने को करो,
तो याद रखना, चुप्पी का मतलब ये नहीं कि उनका दिल नहीं दुखता,
वो सिर्फ खुद से लड़ते हैं, बिना आवाज उठाए, बस एक खामोशी में बहते हैं।
चुपचाप सहते हैं, पर हर सहमति की एक सीमा होती है,
कभी न कभी, उनका गुस्सा उबाल सकता है, ये समझो।
उनकी चुप्पी में छिपी हो सकती है एक ज्वाला,
जो देर से फूटे, तो झुलसा दे हर तल्ख़ी और ग़ुस्से की गहरी खाई।
तो, अगर तुम चाहते हो उनके साथ शांति बनी रहे,
तो उनकी दूरी का सम्मान करो, उनकी चुप्पी को समझो,
क्योंकि इंट्रोवर्टs अपनी शांति में रहते हैं,
पर जब उनका गुस्सा फूटता है, तो वो आग बनकर जलते हैं।
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