"मैं हूँ ghosting का किंग,"
इसीमें है मेरी सच्ची चीज़ी ताज की रिंग!
कभी जवाब नहीं, कभी न कोई कॉल,
बस इधर-उधर होते हुए, मैं बन जाता हूँ एक डूबता हुआ झील का जल।
कुछ लोग सोचते हैं, "ये तो अजीब है,
कहाँ गायब हो गए, जैसे भूतिया डेर।"
पर यार, सच बताऊँ, तो मैं न चाहता कोई मनमुटाव,
मैं नहीं चाहता किसी के दिल को देना कोई तकरार का जवाब।
"तुम समझ जाओ, hint है बिलकुल साफ़,
बिना चोट पहुँचाए, मैं हो जाऊँ लापता, जैसे हवा का झोंका साफ।"
कभी न चाहता किसी का दिल टूटे,
पर, मेरी चुप्पी में बस यही है सच्ची सुकून की धुंध।
तो समझो, ये ghosting भी एक कला है,
जो दिल को न दुखाए, बस खुद को सुकून का रास्ता ढूँढे।
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