तपस्या

बड़ी तपस्या के बाद भी राह खोजता रहा,
उस तप का फल न था जो मेरा हक़ था।

जीवन की तपस्या से अब तक ना मिला वो सफलता,
जो मेरे सपनों का था वह अभी तक अधूरा रहा।

बहुत तप की रौशनी ने दिखलाया सफर,
पर वो मन्जिल थी दूर, जो कभी न मिली यार।

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