जब लोग सिर्फ़ बाहरी सुखों में खो जाते हैं,
सांसारिक ख्याति के लिए दौड़ते हैं,
तो मैं देखता हूँ, कैसे वे आत्मा से दूर जाते हैं,
सिर्फ़ अस्थायी खुशी को पकड़े रहते हैं।
यहां बहुत कम लोग होते हैं,
जो सच्चे रिश्तों की क़ीमत समझते हैं,
जो सिर्फ़ दिखावे में नहीं,
बल्कि दिल से जुड़ते हैं।
मैं जानता हूँ कि असली प्यार,
जो समझ, विश्वास और सच्चाई से बना हो,
वही होता है, जो समय की कसौटी पर खरा उतरता है,
जो बाहरी पहचान से परे,
हमारे अस्तित्व को गहराई से महसूस करता है।
इस दौड़ में, जो रिश्ते हैं केवल दिखावे के,
वह कभी सच्चे नहीं हो सकते,
लेकिन जब हम एक-दूसरे की आत्मा को समझते हैं,
तब वही रिश्ता असल में हमारा होता है।
इसलिए मैं सच्चे रिश्तों की तलाश करता हूँ,
जो केवल बाहरी दिखावे से नहीं,
बल्कि अंदर की गहराई से जुड़ते हैं,
क्योंकि वही हैं, जो जीवन को सच्चे अर्थ देते हैं।
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