दीप ज्योति

दीपक की ज्योति दिल में जगमगाती है,
अंधकार से प्रेम की खिड़की खोलती है।
हर्षोल्लास से आँगन को रौशनी देती है,
गर्व से माता-पिता के हृदय को भरती है।

जीवन के अंधकार में अपार किरण बोने,
आशा की राहों में नया उजाला लाने।
संगठन और सम्प्रेषण का मार्ग दिखाने,
दीप रचने बाला मन में नैरंजन पैदा करते हैं।

जाग्रति के संकल्प को प्रकाशित करते हैं,
ईश्वरीय शक्ति का प्रकटीकरण करते हैं।
विश्वास और आत्मा की दीप प्रज्ज्वलित करते हैं,
आध्यात्मिक आनंद को प्रेषित करते हैं।

दीपक की महिमा है अनंत और अमर,
रोशनी का प्रवाह बनकर बहता है यहाँ।
हम उन्मुक्त अवस्था का अनुभव करें,
दीप जलाएं, शिक्षा प्रदान करें बिना आह्वान।

No comments:

Post a Comment

Thanks

"प्रेम का दिव्यता रूप"

प्रेम ही असली चीज़ है, जहाँ मन का हर बीज है। कामनाओं से परे की धारा, जहाँ आत्मा ने खुद को पुकारा। जब स्पर्श हो बिना वासना की छाया, तो प्रेम ...